इंडिगो की एक फ्लाइट में सोमवार को यात्रियों को एक असामान्य और असुविधाजनक स्थिति का सामना करना पड़ा, जब विमान का एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगभग 30 मिनट तक बंद रहा। टेक ऑफ से पहले और टेक ऑफ के बाद भी एयर कंडीशनिंग चालू नहीं किया गया, जिससे केबिन के अंदर तापमान काफी बढ़ गया और यात्रियों में बेचैनी फैल गई। यह घटना तब हुई जब फ्लाइट रनवे पर उड़ान भरने की तैयारी में थी और यात्रियों को सीट बेल्ट बांधने का निर्देश दिया जा चुका था।
यात्रियों का कहना है कि जब वे विमान में चढ़े, तब से ही एयर कंडीशनिंग पूरी तरह बंद था। दरवाजे बंद होने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई। अंदर का वातावरण गर्म और दमघोंटू हो गया। कुछ यात्रियों ने शिकायत की कि बच्चे रोने लगे, बुजुर्गों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और कई लोग पसीने से तर-बतर हो गए। सोशल मीडिया पर कुछ यात्रियों ने इस घटना का वीडियो भी साझा किया है, जिसमें लोग पंखों से खुद को हवा करते और क्रू मेंबर्स से बार-बार AC चालू करने की गुहार लगाते दिखाई दे रहे हैं।
टेक ऑफ के कुछ समय बाद भी जब एयर कंडीशनिंग चालू नहीं हुई, तो यात्रियों में असंतोष और अधिक बढ़ गया। हालांकि क्रू ने स्थिति को सामान्य बनाए रखने की कोशिश की, लेकिन गर्मी और असहज माहौल की वजह से कई लोगों ने कंपनी के रवैये पर सवाल उठाए। यात्रियों ने इंडिगो की कस्टमर सर्विस से संपर्क कर स्थिति की शिकायत की और तत्काल जांच की मांग की।
घटना के बाद इंडिगो एयरलाइंस की ओर से एक आधिकारिक बयान सामने आया है। कंपनी ने स्वीकार किया है कि संबंधित फ्लाइट में एयर कंडीशनिंग सिस्टम में तकनीकी समस्या आई थी, जिससे कुछ समय के लिए AC काम नहीं कर पाया। इंडिगो ने यह भी बताया कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टेक ऑफ में कोई बदलाव नहीं किया गया और विमान ने सभी मानकों के अनुसार उड़ान पूरी की। हालांकि यात्रियों की असुविधा को देखते हुए कंपनी ने घटना की जांच शुरू कर दी है और संबंधित इंजीनियरिंग टीम को निर्देशित किया गया है कि वह सिस्टम को जांचे और ऐसी समस्या दोबारा न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
यह पहली बार नहीं है जब इंडिगो या किसी अन्य एयरलाइन में ऐसी तकनीकी समस्या सामने आई हो। लेकिन गर्मियों के इस मौसम में जब तापमान 40 डिग्री से ऊपर है, तब एयर कंडीशनिंग का बंद होना यात्रियों के लिए गंभीर समस्या बन जाता है। इंडिगो, जो देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन मानी जाती है, आमतौर पर अपनी समयबद्धता और सेवा गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। ऐसे में इस घटना ने कंपनी की छवि पर कुछ सवाल जरूर खड़े किए हैं।
इस घटना ने एयरलाइंस इंडस्ट्री में यह बहस भी छेड़ दी है कि टेक्निकल जांच और मेंटेनेंस को लेकर एयरलाइनों की गंभीरता कितनी है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए विमान के हर उपकरण का ठीक होना जरूरी होता है, खासकर जब वह उड़ान भरने की स्थिति में हो। DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने भी हाल ही में निर्देश जारी किए हैं कि गर्मी के मौसम में सभी एयरलाइनों को अपने एयर कंडीशनिंग सिस्टम की गहन जांच करनी चाहिए और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
फिलहाल इंडिगो ने इस मामले में यात्रियों से माफी मांगी है और भरोसा दिलाया है कि आगे से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए वह सभी जरूरी कदम उठाएगी। यात्रियों को फ्लाइट का विवरण, समय और किस रूट पर यह घटना हुई, इसकी जानकारी देने के लिए कहा गया है ताकि जांच और सटीक तरीके से की जा सके।
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