इलाहाबाद और लखनऊ के कई नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी (ABVMU), लखनऊ परिसर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की शुरुआत की है। इनकी प्रदर्शन में मांग है कि परीक्षा निर्धारित समय पर आयोजित हो, नई समय-सारिणी (exam schedule) तत्काल जारी हो और बरती जा रही प्रमोशन नीति (promotion criteria) में सुधार हो।
छात्रों का कहना है कि बी.एससी. और पोस्ट-बेसिक नर्सिंग के सेमेस्टर—जिनमें अब तक परीक्षाएं देनी थीं—उनकी समय-सीमा बार-बार टल रही है। इससे उनकी अगली पढ़ाई और संरचनात्मक काउंसलिंग बाधित हो गई है। कई छात्र महीनों से इंतज़ार कर रहे हैं कि कब उनका परिणाम आएगा और क्या वे प्रमोट होंगे। लेकिन शैक्षणिक कैलेंडर की लगातार लापरवाही ने उन्हें इन कदमों को उठाने के लिए मजबूर किया।
hunger strike में शामिल छात्रों में B.Sc Nursing और Post Basic Nursing दोनों श्रेणियाँ शामिल हैं। उनमें से एक छात्रा ने बताया, “हम इतनी मेहनत से तैयारी करते हैं, लेकिन परिणाम और प्रमोशन नियमों में पारदर्शिता न होने से हम बड़े तनाव में हैं।” उन्होंने कहा कि ABVMU का घोषित शैक्षणिक कैलेंडर इस सत्र के लिए अप्रैल-मई में परीक्षाएँ कहता था, लेकिन अभी तक उसकी पुष्टि नहीं हुई।
इसके अलावा छात्र यूनिवर्सिटी की ओर से उपलब्ध कराए गए अकादमिक कैलेंडर का हवाला देते हुए परीक्षा समय में बदलाव और कक्षाएँ शुरू होने में हुई देरी को भी सुधारने की मांग कर रहे हैं। उनका मानना है कि यह देरी नर्सिंग करियर को लगभग दो वर्षों तक पीछे खींच देगी।
यह प्रदर्शन धीरे-धीरे परिसर में फैलता जा रहा है। छात्र यूनियन, शिक्षण स्टाफ, और सक्रिय अभिभावकों ने छात्रों को समर्थन देना शुरू कर दिया। विश्वविद्यालय प्रबंधन फिलहाल चुप्पी साधे बैठा है, लेकिन स्थिति को देखते हुए एक समिति गठन की संभावना के संकेत भी आ रहे हैं, जो शैक्षणिक सुधारों पर ध्यान दे।
नर्सिंग शिक्षा विशेषज्ञ कहते हैं कि नियमित शैक्षणिक कैलेंडर और समयबद्ध परीक्षा प्रणाली स्टूडेंट्स की मनोवैज्ञानिक और पेशेवर तैयारी के लिए बेहद जरूरी है। ऐसे में प्रशासनिक अक्षमता का सीधा असर उनके करियर को अनिश्चितता की ओर ले जा रहा है।
हलफ़नामे में ये चार प्रमुख मांगे रखी गई हैं:
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परीक्षाओं की तिथि की तुरंत घोषणा और स्पष्ट कार्य-कलेंडर
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प्रमोशन नीति में बदलाव व नियमित अपग्रेडेशन पॉलीसी
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छात्रों को मानसिक तनाव से बचाने के लिए पेपर और रिजल्ट के बीच न्यूनतम देरी
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काउंसलिंग व दाखिले की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाना
यदि प्रशासन जल्दी जवाब नहीं देता, तो छात्र अपनी भूख हड़ताल को लंबित रूप में जारी रखने की चेतावनी दे रहे हैं। उनकी मांग है कि अफ़सर उनसे व्यक्तिगत रूप से शांतिपूर्वक बातचीत शुरू करें और इस संकट को जल्दी हल करें।
नर्सिंग क्षेत्र में विशेष ध्यान देने वाली यह लड़ाई सिर्फ अगले सत्र का सवाल नहीं है, बल्कि यह भविष्य में स्वास्थ्य क्षेत्र में दक्ष जनशक्ति तैयार करने की तैयारी का प्राथमिक आधार है। छात्रों का कहना है कि हम केवल अपनी शिक्षा की उपेक्षा नहीं सहेंगे, वरना आने वाले समय में मेडिकल स्टाफ की गुणवत्ता प्रभावित होगी।
आने वाले दिनों में प्रबंधन की प्रतिक्रिया, परीक्षा शेड्यूल की घोषणा और प्रमोशन नियमों में कोई स्पष्ट बदलाव छात्र-प्रशासन के बीच गतिरोध को भली भांति बताएगा। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और सभी की नजर भूख हड़ताल पर बनी हुई है—क्या ABVMU जल्द ही छात्रों की आवाज सुनेगा और समाधान लेकर सामने आएगा?
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