5 जुलाई 2025 की शाम को बर्मिंघम का विला पार्क इतिहास के पन्नों में एक अविस्मरणीय संगीत घटना के रूप में दर्ज हो गया। इस दिन दुनिया ने “Back to the Beginning” नामक कंसर्ट के ज़रिए हेवी मेटल के जनक ब्लैक सब्बाथ को अंतिम बार एक मंच पर देखा। इस भावुक विदाई समारोह में हजारों फैंस की आँखों में आँसू थे, क्योंकि ओज़्ज़ी ओसबॉर्न, जिनकी सेहत अब कमजोर हो चुकी है, एक बार फिर मंच पर लौटे थे — संभवतः आखिरी बार।
ओज़्ज़ी की हालत अब पहले जैसी नहीं रही। पार्किंसन्स और रीढ़ की समस्याओं से जूझ रहे ओसबॉर्न ने व्हीलचेयर से मंच पर प्रवेश किया और एक सिंहासन जैसी कुर्सी पर बैठकर परफॉर्म किया। लेकिन जैसे ही उन्होंने “Crazy Train” और “Mama, I’m Coming Home” जैसे अपने व्यक्तिगत हिट्स गाए, दर्शकों में बिजली-सी दौड़ गई। स्टेडियम भर गया तालियों की गड़गड़ाहट और मंत्रमुग्ध कर देने वाले चीयर्स से।
ब्लैक सब्बाथ के सभी मूल सदस्य — टोनी इओमी, गीज़र बटलर और बिल वार्ड — भी ओज़्ज़ी के साथ मंच पर एकत्रित हुए। वर्षों से अलग-अलग राहों पर चल रहे ये दिग्गज संगीतकार एक आखिरी बार एकजुट हुए ताकि उस विरासत को श्रद्धांजलि दे सकें जिसने मेटल संगीत को आकार दिया। उन्होंने “War Pigs,” “Iron Man,” और “Paranoid” जैसे क्लासिक गानों को परफॉर्म किया, और यह हर किसी के लिए एक भावनात्मक करंट जैसा था।
कंसर्ट महज एक म्यूजिकल शो नहीं था, बल्कि यह एक ‘मेटल लाइव ऐड’ जैसा आयोजन बन गया। मेटल और रॉक की दुनिया के कई बड़े नाम इस इवेंट का हिस्सा बने—Metallica, Guns N’ Roses, Slayer, Pantera, Alice in Chains, Anthrax और Mastodon जैसे बैंड्स ने ब्लैक सब्बाथ को श्रद्धांजलि देते हुए अपने धमाकेदार परफॉर्मेंस दिए। कई सुपरग्रुप्स ने ब्लैक सब्बाथ के गानों को रीइमेजिन कर प्रस्तुत किया और यह हर मेटल प्रेमी के लिए सपना पूरा होने जैसा था।
इस समारोह में सबसे भावुक क्षण वह था जब ओज़्ज़ी ने दर्शकों की ओर देखकर कहा, “तुम लोग समझ नहीं सकते मैं कैसा महसूस कर रहा हूं।” उनकी आवाज़ में कंपन था, आंखों में चमक और शरीर में थकावट। लेकिन उस एक पल में उन्होंने सब कुछ कह दिया — 50 साल की संगीत यात्रा, दोस्तियों की कड़वाहट और मिठास, संघर्ष और जीत, और सबसे महत्वपूर्ण बात — अपने चाहने वालों के लिए प्रेम।
ओज़्ज़ी की पत्नी शेरॉन ओसबॉर्न ने इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हीं के कहने पर ओज़्ज़ी ने यह अंतिम मंच साझा किया, ताकि वह अपने फैंस को अलविदा कह सकें। कार्यक्रम की मेज़बानी एक्टर जेसन मोमोआ ने की, जिन्होंने मंच पर अपने चिर-परिचित जोश के साथ सभी बैंड्स का स्वागत किया और हर परफॉर्मर को व्यक्तिगत श्रद्धांजलि दी।
यह पूरा आयोजन लगभग 11 घंटे तक चला और इसे दुनियाभर में लाइवस्ट्रीम किया गया, जिसे लाखों लोगों ने देखा। यह न केवल एक संगीत कार्यक्रम था, बल्कि एक भावनात्मक समापन, एक पीढ़ी का विदाई उत्सव और एक संगीत यात्रा की आखिरी सांसों का साक्षात्कार था। टिकटों की बिक्री और लाइवस्ट्रीम से हुई आय को चैरिटी के लिए दान किया गया — जिनमें Cure Parkinson’s, Birmingham Children’s Hospital और Acorn Children’s Hospice जैसे संस्थान शामिल थे। इस तरह ओज़्ज़ी ने जाते-जाते भी अपनी दरियादिली और इंसानियत का परिचय दिया।
बर्मिंघम शहर ने भी इस पल को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ब्लैक सब्बाथ को शहर का ‘Freedom of the City’ सम्मान दिया गया, उनके नाम पर म्यूरल बनाए गए, एक विशेष प्रदर्शनी आयोजित की गई, और यहां तक कि लेगो मॉडल्स के ज़रिए बैंड की यात्रा को जीवंत रूप में दर्शाया गया। इन सबने स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा दिया और एक सप्ताह में 3 लाख से अधिक पर्यटक बर्मिंघम पहुंचे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बड़ा फायदा हुआ।
यह आयोजन सिर्फ रॉक या मेटल संगीत के प्रेमियों के लिए नहीं था, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए था जो कला, समर्पण और दोस्ती की गहराई को समझता है। मंच पर मौजूद हर कलाकार, हर गीत, हर ताल और हर रौशनी इस बात का प्रतीक थी कि ब्लैक सब्बाथ और ओज़्ज़ी ओसबॉर्न ने सिर्फ संगीत नहीं दिया, बल्कि भावनाओं की धुन बनाई, जो पीढ़ियों तक जीवित रहेगी।
यह भी साफ़ हो गया कि यह आखिरी बार था जब ओज़्ज़ी मंच पर थे। उन्होंने अंत में दर्शकों की ओर हाथ लहराया, एक बार “We love you all!” कहा, और फिर धीरे-धीरे मंच से उतर गए। यह पल ऐसा था, जिसे किसी ने भी आंखों में आंसू लिए बिना नहीं देखा।
आज जब हम इस कंसर्ट को याद करते हैं, तो यह सिर्फ एक farewell शो नहीं था — यह एक श्रद्धांजलि थी एक पूरी ध्वनि-परंपरा को, जिसने रॉक को मेटल में बदला और उस आग को फैलाया जो आज भी दुनिया भर के युवाओं में ऊर्जा बनकर धड़क रही है।
निष्कर्ष
ब्लैक सब्बाथ और ओज़्ज़ी ओसबॉर्न का यह अंतिम शो एक युग का अंत था, लेकिन यह उस विरासत की शुरुआत भी है जिसे संगीत प्रेमी हमेशा याद रखेंगे। ओज़्ज़ी भले ही अब मंच पर न लौटें, लेकिन उनके गीत, उनके जज़्बात और उनका ज़िक्र हर रॉक प्रेमी के दिल में हमेशा गूंजता रहेगा। विला पार्क की यह शाम हमेशा एक मील का पत्थर रहेगी — एक ऐसी रात जब एक संगीत के देवता ने अपनी आखिरी गूंज पूरी दुनिया को समर्पित की।
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